Thursday, August 27, 2009

बातों बातों में

दुनिया गोल है
दुनिया गोल गोल है
और हर बात में एक छोल है
किसने बनाया यह hole है
पता नहीं सब ङोल-मोल है
गोल-मोल है सब गोल-मोल है
थिन्च्झाक थिन्चक !

अरे यह guitar का क्या कोई note है ?
Am D G C, दोहराते रहो जब तक
bollywood में नहीं तुम्हारा कोई मोल है|

क्या फिल्मी गानों में है अब वो बात ?
नहीं अब तो यह गाने कम, ज़्यादा शोर हैं
फिर भी क्या करें और कोई माध्यम नहीं
और गाना सुनना तो अपना शौक़ है|

अब गाना बजाना सीखेंगे तो
पैसे का थोड़ा load है
लेकिन हमें तो बजानी
बर्मन और gilmour जैसी ढोल है|

ढोल तो बजेगी उनकी
जिन नेताओं के मन में खोट है
नहीं लेने देंगे इन्हें चैन
देखो खड़ी हम जैसों की एक फौज है|

अब फौज की बात हुई तो
फौज तो भारत की भी तोड़ है
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना
पृथ्वी, अग्नि और अर्जुन से load है
देश के लिए हथियार बनाना बुरा तो नहीं
drdo के engineers का अपना ही एक रौब है|

रौब तो होता है ias अफसरों का
चलता उन्ही का जोर है
काम काज कुछ करते नहीं
गिनते रहते वह तो बस नोट हैं|

अरे! नोट/note की बात तो पहले भी कहीं की थी
अंग्रेजी से शरू, हिंदी पे हुई यह fold है
क्या दुनिया के साथ यह कविता भी गोल है ?
पता नहीं सब डोल-मोल है
गोलमोल गोलमोल है सब गोलमोल है
थिन्च्झाक थिन्चक !

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